Thursday, June 5, 2014

समझ सका न कोई मेरे दिल को ! ये दिल यूँ ही नादान रह गया,rajasthani shayri,marwadi shayri,hindi shayri

समझ सका न कोई मेरे दिल को !
ये दिल यूँ ही नादान रह गया !!
मुझे कोई गम नहीं इस बात का !
अफसोस हैं की मेरा यार भी मुझसे अंजान रह गया 


0 comments:

Post a Comment