Wednesday, April 20, 2016

सजधज चाल्यी गौरड़ी , जद नैणा मुलकाय ! गरियाळा की मौरणी , रुणझुण करती जाय ! कजरारा नैणा सूँ या , चोखा हुकुम चलाय ! सगळा रो दिल जोर सूँ , अब तो धड़क्यो जाय ! मनड़ै की या बादळी , प्रीत उफणती जाय ! बादलियै रा मनड़ा नै , अब चोखो धड़काय ! नैण बस्यी या कामणी , मनड़ा नै भरमाय ! एक इसारो देकर वा , जोबन नै तरसाय ! खनखन करती चूड़ियाँ , या खन खन खनकाय ! बादलियै रा मनड़ै मेँ प्रीत उफाणै आय !

सजधज चाल्यी गौरड़ी ,
जद नैणा मुलकाय !
गरियाळा की मौरणी ,
रुणझुण करती जाय !
कजरारा नैणा सूँ या ,
चोखा हुकुम चलाय !
सगळा रो दिल जोर सूँ ,
अब तो धड़क्यो जाय !
मनड़ै की या बादळी ,
प्रीत उफणती जाय !
बादलियै रा मनड़ा नै ,
अब चोखो धड़काय !
नैण बस्यी या कामणी ,
मनड़ा नै भरमाय !
एक इसारो देकर वा ,
जोबन नै तरसाय !
खनखन करती चूड़ियाँ ,
या खन खन खनकाय !
बादलियै रा मनड़ै मेँ
प्रीत उफाणै आय !
 

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