राजस्थानी शायरी

नजरो से नजर मिलाकर कर तो देखो दिल में छुपा प्यार नजर आएगा क्यों रहती हो गुस्से में कभी प्यार से तो देखो फिर रात को सपने में भी यार नजर आएगा

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