Thursday, June 5, 2014

तारा छाई रात बिखर रही चंदा थारी चांदनी आवै थारी याद पिवजी रोवै थारे मनडे की मोरनी,rajasthani shayri,marwadi shayri,hindi shayri

तारा छाई रात बिखर रही चंदा थारी चांदनी
आवै थारी याद पिवजी रोवै थारे मनडे की मोरनी
अबके ले जाइये साथ पिवजी बात म्हारी मानणी
छुप छुप रोऊ पिवजी कद आसी रात सुख पावणी......

दिल री बात मुझको बताकर तो देख ल्यौ, जज़्बातो को होठों पर लाकर तो देख ल्यौ, rajasthani shayri,marwadi shayri,hindi shayri

दिल री बात मुझको बताकर तो देख ल्यौ,
जज़्बातो को होठों पर लाकर तो देख ल्यौ;
एक पल माय म्हारो दिल हो जावेगौ आपरो,
सिर्फ एक बार अपणा प्यार जता कर देख ल्यौ..!!
 

मेहंदी रची जोरकी पिवजी पण थ्हारे बिन किसको दिखाऊ हिवड़ो है उदास थ्हारे बिन पण कब तक इसको समझाऊ rajasthani shayri,marwadi shayri,hindi shayri

मेहंदी रची जोरकी पिवजी पण थ्हारे बिन किसको दिखाऊ
हिवड़ो है उदास थ्हारे बिन पण कब तक इसको समझाऊ
दिन तो गुजर जावै है काम काज म पण रात कैसे बिताऊ
कदै तो समझो पिवजी बात म्हारे मन की कद तक थ्हाने समझाऊ

आई याद आपकी तो आँखिया मेरी बरस गई.. एक झलक देखने को मेरी नजरे तरस गई, rajasthani shayri,marwadi shayri,hindi shayri

आई याद आपकी तो आँखिया मेरी बरस गई..
एक झलक देखने को मेरी नजरे तरस गई
किया था जो सिंगार आपको रिझाने के लिये
वो आपकी यादो की बरसात बहा ले गई
कब तक तड़पाओगे मेरे हमसफर
आपकी यादो मे मै पत्थर बन गई.....

दिवाली की आस है पिवजी मनडो म्हारो हताश है क्यु गया पिवजी परदेश अठै गोरी थारी उदास है rajasthani shayri,marwadi shayri,hindi shayri

दिवाली की आस है पिवजी मनडो म्हारो हताश है
क्यु गया पिवजी परदेश अठै गोरी थारी उदास है
आवोगा थ्हे दिवाली न पिवजी औ म्हाने विश्वास है
उडिकै गोरी थ्हाने जब तक म्हारा सांस है....

याद करते है आपको तन्हाई मे दिल डुबा है आपकी यादो की गहराई मे rajasthani shayri,marwadi shayri,hindi shayri

याद करते है आपको तन्हाई मे दिल डुबा है आपकी यादो की गहराई मे मुझे मत ढुंढो दुनिया की भीड मे 
हम तो मिंलेगे आपको तुम्हारी ही परछाई मे
yad karte hai apko tanhai me
dil duba hai apki yado ki gahrai me
muje mat dhundho duniya ki bhid me
ham milenge apko tumhari hi parchayi me......

मुखडो थारो चमके ज्याणु आभा म चमके चंदा की चांदनी नजर ना हटे थारे मुखडे से गौरी सुरत थारी मनमोवणी rajasthani shayri,marwadi shayri,hindi shayri

मुखडो थारो चमके ज्याणु आभा म चमके चंदा की चांदनी
नजर ना हटे थारे मुखडे से गौरी सुरत थारी मनमोवणी
हिवडे से लगा राखस्यु थाने बनास्यु म्हारे हिवडे की राणी
एक बार हाँ कर दे बावली नाम थारे कर देस्यु मेरी जिन्दगाणी..........