Friday, June 13, 2014

रूप रो सिन्गार पवजी थ्हारे बिन बिरंगो जेठ की दोपहरी पिवजी जलावै कालजो तावडै का दिन तो कट जास्यी पिवजी पण सावण की तीज्या नै तो आया रहिज्यो.............


रूप रो सिन्गार पवजी थ्हारे बिन बिरंगो
जेठ की दोपहरी पिवजी जलावै कालजो
तावडै का दिन तो कट जास्यी पिवजी
पण सावण की तीज्या नै तो आया रहिज्यो.............

Thursday, June 5, 2014

दिल के करीब हो कर भी दूर हो गये हसीन ख्वाब मेरे चूर चूर हो गये,rajasthani shayri,marwadi shayri,hindi shayri

दिल के करीब हो कर भी दूर हो गये
हसीन ख्वाब मेरे चूर चूर हो गये
हमने वफा निभायी तो रूसवाईया मीली

और वो बेवफा हो कर भी मशहूर हो गये...
Dil ke karib hokar aap ab door ho Gaye,
Haseen khwab mere choor choor ho gye
Hamne wafa Nibhai to ruswaiyan mili,
Wo bewafa hokar bhi mashoor ho gye



कश्ती बहती है किनारे की तलाश मे लोग तडपते है प्यार की तलाश मे, rajasthani shayri,marwadi shayri,hindi shayri

कश्ती बहती है किनारे की तलाश मे
लोग तडपते है प्यार की तलाश मे 
हम रोज नही मिलते आपसे
मगर कुछ तो वक्त गुजारते है आपकी याद मे....


समझ सका न कोई मेरे दिल को ! ये दिल यूँ ही नादान रह गया,rajasthani shayri,marwadi shayri,hindi shayri

समझ सका न कोई मेरे दिल को !
ये दिल यूँ ही नादान रह गया !!
मुझे कोई गम नहीं इस बात का !
अफसोस हैं की मेरा यार भी मुझसे अंजान रह गया 


तारा छाई रात पीवजी मनडो हो रह्यो है उदास तरसे है हिवडो म्हारो बरसे म्हारी आंख,rajasthani shayri,marwadi shayri,hindi shayri

तारा छाई रात पीवजी मनडो हो रह्यो है उदास
तरसे है हिवडो म्हारो बरसे म्हारी आंख
सपना म क्यु तरसाओ आ जाओ म्हारे पास
कई दिन हो गया पिया जी देख्या थान् 
अब तो दर्शन दो पिवजी बुझाओ म्हारी आंख्या री प्यास


उडिके बैठी सेजा गोरडी कर सोलह सिन्गार ढल गई आधी रात कद आस्यौ थ्है भरतार,rajasthani shayri,marwadi shayri,hindi shayri

उडिके बैठी सेजा गोरडी कर सोलह सिन्गार
ढल गई आधी रात कद आस्यौ थ्है भरतार
मत तडपाओ पिवजी बिलख रही थारी घरनार....