Sunday, February 22, 2015

कब तक बाट जोहती रहूँ साहिबजी अब तो आ गयो होली रो त्यौहार रंगा रो त्यौहार होली पिवजी फीको पडतो जाय म्हारो सिणगार तरसे है नैण देखण थान कदे तो बरसाओ साहिब जी फागण में सतरंगी प्यार अबके तो आवज्यो होली न निरखण गोरी रो सिणगार

कब तक बाट जोहती रहूँ साहिबजी अब तो आ गयो होली रो त्यौहार
रंगा रो त्यौहार होली पिवजी फीको पडतो जाय म्हारो सिणगार
तरसे है नैण देखण थान कदे तो बरसाओ साहिब जी फागण में सतरंगी प्यार
अबके तो आवज्यो होली न निरखण गोरी रो सिणगार

आँसु भरी अँखिया मेरी साहिब जी जद देखु दर्पण म थारी ही सूरत नजर आवै जीवडो तड़फे प्यार अर्पण न

आँसु भरी अँखिया मेरी साहिब जी जद देखु दर्पण म
थारी ही सूरत नजर आवै जीवडो तड़फे प्यार अर्पण न

Friday, February 20, 2015

रंग रंगीली नार कर रही है इंतजार आ जाओ पिवजी आयो है रंगा रो त्यौहार rajasthani holi shayari marwadi holi shayari

रंग रंगीली नार कर रही है इंतजार
आ जाओ पिवजी आयो है रंगा रो त्यौहार
मीठी मीठी बाता करस्यु सुनास्यु फाग मल्हार
फीको जावे फागणियो पिवजी तरसे है थारी घर नार

Wednesday, June 18, 2014

rajasthani shayari,hindi shayariझीर मीर झीर मीर मेहो बरसे साजन से मिलणे गोरी तरसे हूक सी ऊठे कालजै मे नैणा नीर बरसे सुण ल्यो पिवजी मनडे री बात गोरी रा नैण थ्हाने देखण तरसे.........


झीर मीर झीर मीर मेहो बरसे
साजन से मिलणे गोरी तरसे
हूक सी ऊठे कालजै मे नैणा नीर बरसे
सुण ल्यो पिवजी मनडे री बात
गोरी रा नैण थ्हाने देखण तरसे.........

Friday, June 13, 2014

गोरे गोरे हाथ गोरी प्यारी प्यारी मेहंदी की कलाकारी परदेशा की काली रात मे आवै थ्हारी याद गोरी जिवडो घुट घुट रोवै आँख्या भर आवै म्हारी......

गोरे गोरे हाथ गोरी 
प्यारी प्यारी मेहंदी की कलाकारी
परदेशा की काली रात मे आवै थ्हारी याद गोरी
जिवडो घुट घुट रोवै आँख्या भर आवै म्हारी......

रूप रो सिन्गार पवजी थ्हारे बिन बिरंगो जेठ की दोपहरी पिवजी जलावै कालजो तावडै का दिन तो कट जास्यी पिवजी पण सावण की तीज्या नै तो आया रहिज्यो.............


रूप रो सिन्गार पवजी थ्हारे बिन बिरंगो
जेठ की दोपहरी पिवजी जलावै कालजो
तावडै का दिन तो कट जास्यी पिवजी
पण सावण की तीज्या नै तो आया रहिज्यो.............