skip to main
|
skip to sidebar
Pages
पतासी काकी and ठेठ देशी
मुखपृष्ठ
Subscribe:
परदेश मे राजस्थानी
Friday, December 18, 2015
Marwadi DJ Song 2015 | Ghodo Babe Ro Aave | Neelu Rangili | Baba Ramdevj...
DJ Wala Bhai - Dance Mix | HD VIDEO | RAVI | Marwadi DJ Song | Baba Ramd...
MORUDA - SUPERHIT Song | Shivji SPECIAL | Jogi Ban Gaya Mahadev | Mangal...
Rajasthani Song Mordi DJ Per Nachavadu | Rajasthani DJ Songs | Rajasthan...
Marwadi Super Hot Dance Song | Song: Aavela Maja (HD) | New DJ Rajasthan...
Monday, November 16, 2015
राजस्थानी शायरी rajasthani sad shayari marwadi shayari rajasthani hot shayari अधराती करू पुकार पिवजी कद तो सुण ले मेरली ठंडी रात चांदनी छत पर बैठी हूँ पिया एकेली पिवजी बैठा परदेसा मे घर बिलखु एकेली क्यू होग्यो पथर दिल के करडी मन म सोचली
अधराती करू पुकार पिवजी कद तो सुण ले मेरली
ठंडी रात चांदनी छत पर बैठी हूँ पिया एकेली
पिवजी बैठा परदेसा मे घर बिलखु एकेली
क्यू होग्यो पथर दिल के करडी मन म सोचली
Sunday, August 23, 2015
Rajasthani new shayri marwadi shayri rajasthani sad shayri hindi sad shayri
सावणियो सुरंगों बीत गयो फीको रह गया पिवजी तीज रो त्यौहार
झिरमीर झिरमिर मेंहो बरसे पिवजी चाले ठंडी पवन बहार
हूक सी उठे कालजीए जीवडो तड़फे पिवजी नैणां बरसे नीर
कदे तो सोच ले बैरी बालमा घर उडीके थारी घर नार
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)
Translate
AdSense
AdSense
मारवाड़ी सुपरहिट्स यूट्यूब
Total Pageviews
आपको ''परदेश मे राजस्थानी'' कैसी लगी /
Followers
Powered by
Blogger
.
Popular Posts
rajasthani shayari marwadi shayari rajasthani new shayari marwadi new shayari
सुबह शाम मंदिर में जाऊ पिवजी जोडू दोनूं हाथ सुन ले सांवरिया अर्ज मेरी करवा दे म्हारो मिलाप झुर झुर रोऊँ पियाजी जद याद आवै थारो साथ नैणा ...
rajasthani shayari marwadi shayari rajasthani sad shayari hindi very sad shayari
उदास होने के लिए उम्र पड़ी है, नज़र उठाओ सामने ज़िंदगी खड़ी है, अपनी हँसी को होंठों से न जाने देना, क्योंकि आपकी मुस्कुराहट से मेरी जिंदगी ज...
rajastani bhajan rajasthani lokkatha marwadi bhajan राजस्थानी भजन राजस्थानी लोककथा
राजस्थानी भजन और लोककथा सुनने और डाऊनलोड करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करे http://www.4shared.com/folder/nzKKy7fQ/___online.html
rajasthani shayri,marwadi shayri,hindi shayri
होते है फूल यारा खुशबु के लिये पर लोग सजावट का सामान समझ लेते है होते है हुस्न वाले प्यार की मूरत पर हम उन्हे इस्तेमाल का सामान समझ लेते ...
राजस्थानी शायरी rajasthani sad shayari marwadi shayari rajasthani hot shayari अधराती करू पुकार पिवजी कद तो सुण ले मेरली ठंडी रात चांदनी छत पर बैठी हूँ पिया एकेली पिवजी बैठा परदेसा मे घर बिलखु एकेली क्यू होग्यो पथर दिल के करडी मन म सोचली
अधराती करू पुकार पिवजी कद तो सुण ले मेरली ठंडी रात चांदनी छत पर बैठी हूँ पिया एकेली पिवजी बैठा परदेसा मे घर बिलखु एकेली क्यू होग्यो पथर ...
सावण बरस्यो भादूड़ों बरस्तो जाय रह्यो आप बैठा हो परदेश में पिवजी थारी याद में म्हारो जीवडो तड़फ रह्यो क्यूँ बैठा हो दूर परदेश में पिवजी थास्यु मिलण न मनड़ो तरस रह्यो
सावण बरस्यो भादूड़ों बरस्तो जाय रह्यो आप बैठा हो परदेश में पिवजी थारी याद में म्हारो जीवडो तड़फ रह्यो क्यूँ बैठा हो दूर परदेश में पिवजी थास्...
नन्हें से दिल में अरमान कोई रखना , दुनियाँ की भीड़ में पहचान कोई रखना , अच्छे नहीं लगते जब रहते हो उदास , इन होठों पे सदा मुस्कान वही रखना .
नन्हें से दिल में अरमान कोई रखना , दुनियाँ की भीड़ में पहचान कोई रखना , अच्छे नहीं लगते जब रहते हो उदास , इन होठों पे सदा मुस्कान वही रखना ....
सजधज चाल्यी गौरड़ी , जद नैणा मुलकाय ! गरियाळा की मौरणी , रुणझुण करती जाय ! कजरारा नैणा सूँ या , चोखा हुकुम चलाय ! सगळा रो दिल जोर सूँ , अब तो धड़क्यो जाय ! मनड़ै की या बादळी , प्रीत उफणती जाय ! बादलियै रा मनड़ा नै , अब चोखो धड़काय ! नैण बस्यी या कामणी , मनड़ा नै भरमाय ! एक इसारो देकर वा , जोबन नै तरसाय ! खनखन करती चूड़ियाँ , या खन खन खनकाय ! बादलियै रा मनड़ै मेँ प्रीत उफाणै आय !
सजधज चाल्यी गौरड़ी , जद नैणा मुलकाय ! गरियाळा की मौरणी , रुणझुण करती जाय ! कजरारा नैणा सूँ या , चोखा हुकुम चलाय ! सगळा रो दिल जोर सूँ , अब...
नजरो से नजर मिलाकर कर तो देखो दिल में छुपा प्यार नजर आएगा क्यों रहती हो गुस्से में कभी प्यार से तो देखो फिर रात को सपने में भी यार नजर आएगा
नजरो से नजर मिलाकर कर तो देखो दिल में छुपा प्यार नजर आएगा क्यों रहती हो गुस्से में कभी प्यार से तो देखो फिर रात को सपने में भी यार नजर आएगा...
Rajasthani new shayri marwadi shayri rajasthani sad shayri hindi sad shayri
सावणियो सुरंगों बीत गयो फीको रह गया पिवजी तीज रो त्यौहार झिरमीर झिरमिर मेंहो बरसे पिवजी चाले ठंडी पवन बहार हूक सी उठे कालजीए जीवडो तड़फे प...
Blog Archive
►
2011
(1)
►
March
(1)
►
2013
(12)
►
August
(12)
►
2014
(18)
►
June
(18)
►
2015
(80)
►
February
(5)
►
March
(5)
►
April
(9)
►
May
(2)
►
June
(1)
►
August
(1)
►
November
(1)
►
December
(56)
►
2016
(47)
►
January
(13)
►
February
(2)
►
March
(18)
►
April
(12)
►
September
(2)
►
2017
(3)
►
March
(3)
▼
2024
(2)
►
February
(1)
▼
April
(1)
Rajasthani shayari