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पतासी काकी and ठेठ देशी
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परदेश मे राजस्थानी
Saturday, June 27, 2015
rajasthani shayari marwadi shayari rajasthani sad shayari hindi very sad shayari
उदास होने के लिए उम्र पड़ी है,
नज़र उठाओ सामने ज़िंदगी खड़ी है,
अपनी हँसी को होंठों से न जाने देना,
क्योंकि आपकी मुस्कुराहट से मेरी जिंदगी जुडी है
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सुबह शाम मंदिर में जाऊ पिवजी जोडू दोनूं हाथ सुन ले सांवरिया अर्ज मेरी करवा दे म्हारो मिलाप झुर झुर रोऊँ पियाजी जद याद आवै थारो साथ नैणा ...
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उदास होने के लिए उम्र पड़ी है, नज़र उठाओ सामने ज़िंदगी खड़ी है, अपनी हँसी को होंठों से न जाने देना, क्योंकि आपकी मुस्कुराहट से मेरी जिंदगी ज...
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होते है फूल यारा खुशबु के लिये पर लोग सजावट का सामान समझ लेते है होते है हुस्न वाले प्यार की मूरत पर हम उन्हे इस्तेमाल का सामान समझ लेते ...
राजस्थानी शायरी rajasthani sad shayari marwadi shayari rajasthani hot shayari अधराती करू पुकार पिवजी कद तो सुण ले मेरली ठंडी रात चांदनी छत पर बैठी हूँ पिया एकेली पिवजी बैठा परदेसा मे घर बिलखु एकेली क्यू होग्यो पथर दिल के करडी मन म सोचली
अधराती करू पुकार पिवजी कद तो सुण ले मेरली ठंडी रात चांदनी छत पर बैठी हूँ पिया एकेली पिवजी बैठा परदेसा मे घर बिलखु एकेली क्यू होग्यो पथर ...
सावण बरस्यो भादूड़ों बरस्तो जाय रह्यो आप बैठा हो परदेश में पिवजी थारी याद में म्हारो जीवडो तड़फ रह्यो क्यूँ बैठा हो दूर परदेश में पिवजी थास्यु मिलण न मनड़ो तरस रह्यो
सावण बरस्यो भादूड़ों बरस्तो जाय रह्यो आप बैठा हो परदेश में पिवजी थारी याद में म्हारो जीवडो तड़फ रह्यो क्यूँ बैठा हो दूर परदेश में पिवजी थास्...
नन्हें से दिल में अरमान कोई रखना , दुनियाँ की भीड़ में पहचान कोई रखना , अच्छे नहीं लगते जब रहते हो उदास , इन होठों पे सदा मुस्कान वही रखना .
नन्हें से दिल में अरमान कोई रखना , दुनियाँ की भीड़ में पहचान कोई रखना , अच्छे नहीं लगते जब रहते हो उदास , इन होठों पे सदा मुस्कान वही रखना ....
सजधज चाल्यी गौरड़ी , जद नैणा मुलकाय ! गरियाळा की मौरणी , रुणझुण करती जाय ! कजरारा नैणा सूँ या , चोखा हुकुम चलाय ! सगळा रो दिल जोर सूँ , अब तो धड़क्यो जाय ! मनड़ै की या बादळी , प्रीत उफणती जाय ! बादलियै रा मनड़ा नै , अब चोखो धड़काय ! नैण बस्यी या कामणी , मनड़ा नै भरमाय ! एक इसारो देकर वा , जोबन नै तरसाय ! खनखन करती चूड़ियाँ , या खन खन खनकाय ! बादलियै रा मनड़ै मेँ प्रीत उफाणै आय !
सजधज चाल्यी गौरड़ी , जद नैणा मुलकाय ! गरियाळा की मौरणी , रुणझुण करती जाय ! कजरारा नैणा सूँ या , चोखा हुकुम चलाय ! सगळा रो दिल जोर सूँ , अब...
नजरो से नजर मिलाकर कर तो देखो दिल में छुपा प्यार नजर आएगा क्यों रहती हो गुस्से में कभी प्यार से तो देखो फिर रात को सपने में भी यार नजर आएगा
नजरो से नजर मिलाकर कर तो देखो दिल में छुपा प्यार नजर आएगा क्यों रहती हो गुस्से में कभी प्यार से तो देखो फिर रात को सपने में भी यार नजर आएगा...
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सावणियो सुरंगों बीत गयो फीको रह गया पिवजी तीज रो त्यौहार झिरमीर झिरमिर मेंहो बरसे पिवजी चाले ठंडी पवन बहार हूक सी उठे कालजीए जीवडो तड़फे प...
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