Tuesday, February 24, 2015

सर्दी की ठंडी रात में रजाई में भी सर्दी लगती होगी सोचा है कभी आपने उन सैनिको के बारे में बर्फ की पहाड़ियों पर उनकी रात कैसे गुजरती होगी rajasthani shayari marwadi shayari holi 2015

सर्दी की ठंडी रात में रजाई में भी सर्दी लगती होगी
सोचा है कभी आपने उन सैनिको के बारे में
बर्फ की पहाड़ियों पर उनकी रात कैसे गुजरती होगी

Monday, February 23, 2015

चन्दा थारे चांदणे बैठी करू पिवजी का इंतजार मिलादे मनड़े रो मीत करू थारी मनुहार हूक सी उठे कालजे में अंखिया बहावे नीर अब तो आ जाओ पियाजी बिलखे है थारी नार

चन्दा थारे चांदणे बैठी करू पिवजी का इंतजार 
मिलादे मनड़े रो मीत करू थारी मनुहार 
हूक सी उठे कालजे में अंखिया बहावे नीर 
अब तो आ जाओ पियाजी बिलखे है थारी नार 

Sunday, February 22, 2015

कब तक बाट जोहती रहूँ साहिबजी अब तो आ गयो होली रो त्यौहार रंगा रो त्यौहार होली पिवजी फीको पडतो जाय म्हारो सिणगार तरसे है नैण देखण थान कदे तो बरसाओ साहिब जी फागण में सतरंगी प्यार अबके तो आवज्यो होली न निरखण गोरी रो सिणगार

कब तक बाट जोहती रहूँ साहिबजी अब तो आ गयो होली रो त्यौहार
रंगा रो त्यौहार होली पिवजी फीको पडतो जाय म्हारो सिणगार
तरसे है नैण देखण थान कदे तो बरसाओ साहिब जी फागण में सतरंगी प्यार
अबके तो आवज्यो होली न निरखण गोरी रो सिणगार

आँसु भरी अँखिया मेरी साहिब जी जद देखु दर्पण म थारी ही सूरत नजर आवै जीवडो तड़फे प्यार अर्पण न

आँसु भरी अँखिया मेरी साहिब जी जद देखु दर्पण म
थारी ही सूरत नजर आवै जीवडो तड़फे प्यार अर्पण न

Friday, February 20, 2015

रंग रंगीली नार कर रही है इंतजार आ जाओ पिवजी आयो है रंगा रो त्यौहार rajasthani holi shayari marwadi holi shayari

रंग रंगीली नार कर रही है इंतजार
आ जाओ पिवजी आयो है रंगा रो त्यौहार
मीठी मीठी बाता करस्यु सुनास्यु फाग मल्हार
फीको जावे फागणियो पिवजी तरसे है थारी घर नार